DAESI Diploma in Hindi Full Information – देसी डिप्लोमा कोर्स जो प्रत्येक जिले में संचालित है National Institute of Agricultural Extension Management या राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान द्वारा संचालित कोर्स है। इस संस्थान को संक्षेप में MANAGE या मैनेज कहा जाता है और यह संस्थान भारत के वर्तमान तेलंगाना राज्य के हैदराबाद में स्थित है। आज हम इसी एकवर्षीय डिप्लोमा कोर्स के बारे में साधारण समझ की भाषा में विस्तार से बताने वाले हैं।
DAESI Diploma in Hindi Full Information
What is DAESI course? | देसी कोर्स क्या है?
DAESI या देसी एक डिप्लोमा कोर्स है जिसका Full Form होता है Diploma in Agricultural Extension Services for Input Dealers (DAESI). इस कोर्स को राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (MANAGE/मैनेज) जो हैदराबाद में स्थित है इसी के द्वारा एक वर्षीय पाठ्यक्रम के रूप में इसे डिजाइन किया गया है । इसे कृषि क्षेत्र में उन कृषि उत्पाद विक्रेताओं और डीलर्स के लिए लाया गया है जो कृषि स्नातक या रसायन शास्त्र विषय लेकर स्नातक नहीं किए हैं, जिसमें उन्हें कृषि विस्तार से संबंधित टेक्निकल ज्ञान का अध्ययन कराया जाता है।
इसकी शुरुआत सन 2003 में ही सबसे पहले आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु,महाराष्ट्र, उड़ीसा, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल राज्यों में में की गई थी जो अब अन्य कई राज्यों में चल रहा है।
देसी कोर्स का उद्देश्य
देसी कोर्स प्रारंभ करने का उद्देश्य था कि जो भी कृषि उत्पाद जैसे उर्वरक, कीटनाशक या बीज के विक्रेता और डीलर हैं उन्हें कम समय में कृषि उत्पाद से जुड़े टेक्निकल ज्ञान से अवगत कराना ताकि सही गुणवत्ता का उत्पाद सही मात्रा में कृषकों तक शासन के नियम-कानून का अनुसरण करते हुए पहुँचे।
देसी कोर्स प्रारम्भ करने से पूर्व यह देखा गया कि इन सभी इनपुट डीलर्स को जो कृषि स्नातक नहीं थे और न ही रसायन शास्त्र(Chemistry) विषय का अध्ययन किये थे उन्हें हटाना या उनके लाइसेंस को निरस्त कर उनके व्यवसाय को अवैध कर देना संभव नहीं है जिनकी संख्या काफी अधिक है और दूसरी ओर इनके विकल्प में इतनी संख्या में वैध लाइसेंसधारी व्यवसायी भी खड़े नहीं किए जा सकते थेेेेे। ऐसी स्थिति में शासन को उन्हीं इनपुट डीलर्स को देसी कोर्स का विकल्प देकर कम समयावधि में प्रशिक्षित कर तैयार करना बेहतर सोच रहा। इसके लिए राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान ने देसी कोर्स को डिजाइन किया।
- यदि आपने पहले ही देसी कोर्स पूर्ण कर लिया है तो उर्वरक, बीज ,कीटनाशक लाइसेंस बनवाने के लिए पढ़ें –Seed, Fertilizer and Insecticide License Making Process in Hindi
देसी कोर्स कहाँ से संचालित होता है?
देसी कोर्स के संचालन की बात करें तो किसी भी राज्य में यह पूरी तरह से उस राज्य के कृषि विभाग (Agriculture Department) की देखरेख में निम्न संस्थानों के सक्रिय भागीदारी के माध्यम से संचालित होता है –
- SAMETI / समेती (State Agricultural Management and Extension Training Institute/ राज्य कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान)
- ATMA /आत्मा (Agricultural Technology Management Agency/कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी)
- KVK/केवीके (Krshi Vigyan Kendra या Farm Science Centre)
- कृषि महाविद्यालय (Agriculture College)
- NGO (Non-Government Organization/गैर सरकारी संगठन)
- Agribusiness companies /कृषि व्यवसाय कंपनी
सबसे मुख्य चीज की इन सभी के फैसिलिटेशन का कार्य राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (MANAGE/मैनेज) द्वारा किया जाता है।
देसी कोर्स में आवेदन की करने की पात्रता
देसी कोर्स करने के लिए वही व्यक्ति पात्र होते हैं जो इनपुट डीलर हो और जिनकी शैक्षणिक योग्यता 10 वीं उत्तीर्ण हो।
यदि कोई केवल 10 वीं उत्तीर्ण किया हो और खाद ,बीज , कीटनाशक का दुकान खोलना चाहता हो तो वो लाइसेंस के गाइडलाइन अनुसार केवल बीज का लाइसेंस ही बनवा सकता है।खाद और कीटनाशक का लाइसेंस बनवाने के लिए उसे देसी डिप्लोमा कोर्स करना होगा। ऐसी स्थिति में सबसे पहले वह बीज का लाइसेंस बनवाकर इनपुट डीलर की श्रेणी में आए और देसी कोर्स के लिए आवेदन करके एक वर्ष में देसी डिप्लोमा कोर्स को पूरा करके फिर इस डिप्लोमा के माध्यम से खाद और कीटनाशक का भी लाइसेंस बनवा सकता है।
DAESI कोर्स कितने दिन में पूरा होता है?
देसी कोर्स की अवधि 48 सप्ताह का होता है जिसमें 40 क्लासरूम सत्र होता है और 8 फील्ड विजिट विभिन्न संस्थाओं जैसे खाद , बीज , कीटनाशक दुकान, कृषि संबंधित शैक्षणिक संस्थान और उन्नतशील कृषक के फील्ड विजिट से संबंधित है।
सबसे अच्छी बात ये है कि इसमें क्लास अथवा फील्ड विजिट सप्ताह में रविवार को या स्थानीय बाजार अवकाश को होता है जिससे दुकानदारों या इनपुट डीलर्स को अपना दुकान भी नहीं छोड़ना पड़ता और बिजनेस का दिन भी खराब नहीं होता।
देसी कोर्स की फी / शुल्क कितनी है?
इस एकवर्षीय देसी कोर्स के शुल्क की बात करें तो इसकी शुल्क 20000 रुपया होती है। इस शुल्क 20000 रुपया में तीन कंडीशन हो सकती हैं-
- पहली स्थिति में – शुल्क 20000 रुपया में से कृषि विभाग (DAC– Department of Agriculture & Cooperation) द्वारा 50% की राशि 10000 रुपया सब्सिडी के रूप में प्रदाय की जाती है उस स्थिति में इनपुट डीलर या आवेदक को शेष 10000 रुपया शुल्क के रूप में देनी पड़ती है।
- दूसरी स्थिति में- यदि कोई कृषि व्यवसाय करने वाली कंपनी (Agribusiness Company) इस कोर्स को कराने में शामिल होती है तो ऐसी स्थिति में वह कंपनी ₹10000 अदा करती है और शेष ₹10000 में से 50% राशि ₹5000 कृषि विभाग और शेष 50% राशि ₹5000 आवेदनकर्ता हितग्राही द्वारा अदा की जाती है।
- तीसरी स्थिति में- यदि कोई सब्सिडी या अनुदान न हो तो कोर्स के पूरे ₹20000 इनपुट डीलर या आवेदनकर्ता द्वारा जमा करना होगा।
देसी कोर्स का आवेदन फॉर्म
देसी कोर्स का आवेदन फॉर्म आप आसानी से यहॉ से या मैनेज हैदराबाद के साइट से डाउनलोड कर सकते हैं।
DAESI कोर्स के बैच में कितने कैंडिडेट होते हैं?
देसी कोर्स में 1 वर्ष के बैच में 40 कैंडिडेट होते हैं। इन 40 कैंडिडेट का सलेक्शन तीन तरह से होता है।
- पहला देसी कोर्स के फैसिलिटेटर द्वारा इनपुट डीलर से व्यक्तिगत संपर्क करके।
- दूसरा दूसरा कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा अथवा आत्मा (ATMA-Agricultural Technology Management Agency) के अधिकारियों द्वारा।
- तीसरा डीलर्स के संघ माध्यम से।
देसी कोर्स का क्लास कहां लगता है?
देसी कोर्स के क्लास की बात करें तो यह क्लास जिले के कृषि विज्ञान केंद्र में या किसी रिसर्च संस्थान में या कृषि विभाग में या कृषि विश्वविद्यालय के कैंपस में या कृषि महाविद्यालय के कैंपस में या कृषक प्रशिक्षण केंद्र में हो सकता है। यदि यह सब उपलब्ध न हो तो किसी भी सरकारी बिल्डिंग में या गैर सरकारी संगठन या अन्य प्राइवेट बिल्डिंग में संपन्न होता है। इनमें से सुविधा अनुसार किसी एक जगह में क्लास लगती है।
FAQ
डेसी कोर्स के लिए योग्यता क्या है?
देसी कोर्स के लिए योग्यता एक इनपुट डीलर न्यूनतम दसवीं उत्तीर्ण होना चाहिए।
देसी कोर्स क्या है?
देसी कोर्स इनपुट डीलर्स के लिए जो खाद बीज कीटनाशक पूर्व से बेचते आ रहे हैं और कृषि स्नातक या रसायन विषय लेकर स्नातक नहीं किए हैं उनके लिए यह एक विकल्प के रूप में मैनेज हैदराबाद द्वारा लाया गया एकवर्षीय डिप्लोमा कोर्स है जिसमें उन्हें 40 क्लास और 8 फील्ड विजिट कराकर कोर्स पूरा कराया जाता है और तकनीकी ज्ञान से पूर्ण किया जाता है जिससे वे किसानों को सही और गुणवत्ता युक्त कृषि उत्पाद शासन के नियम-कानून का पालन करते हुए करें।
देसी कोर्स का क्लास कब-कब लगता है?
देसी कोर्स का क्लास रविवार को अथवा स्थानीय बाजार अवकाश के दिन लगता है। इससे इनपुट डीलर अथवा खाद बीज विक्रेता को नुकसान नहीं होता है वह खाली समय में कक्षा में उपस्थित होकर अपना कोर्स पूरा करता है।
देसी कोर्स की अवधि कितने दिन की होती है?
देसी कोर्स की अवधि वैसे एक वर्ष की होती है और यह कोर्स 40 क्लास और 8 फील्ड विजिट में पूर्ण होती है। इतना होने के बाद उनके परीक्षा उपरांत डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदाय किया जाता है।