पीएम किसान योजना का 16वां किस्त नहीं आने का क्या कारण हो सकता है?

पीएम किसान योजना का 16वां किस्त नहीं आने का क्या कारण हो सकता है? यह सवाल उन सभी किसानों के मन में होगा जिनके खाते में 28 फरवरी 2024 बीत जाने के बाद भी 16वीं किस्त की राशि अभी तक नहीं पहुंच पाई है। किसान भाइयों आगे आप इसी सवाल का जवाब पाने वाले हैं।

पीएम किसान योजना का 16वां किस्त नहीं आने का क्या कारण हो सकता है?
पीएम किसान योजना का 16वां किस्त नहीं आने का क्या कारण हो सकता है?

पीएम किसान योजना का 16वां किस्त नहीं आने का क्या कारण हो सकता है?

किसान भाइयों को बताते चलें कि इस योजना की शुरुआत 1 दिसंबर 2018 से हो गई है और इसकी पहली किस्त हितग्राहियों को फरवरी 2019 को प्रदाय की गई थी। तब से लेकर अब तक किसानों के खाते में 16 क़िस्त डीबीटी के माध्यम से दिया जा चुका है। इसकी सबसे वर्तमान 16वीं किस्त 28 फरवरी 2024 को दी गई है।

                           अब सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 16 किस्त किन-किन किसानों को मिल पाया है और कौन किसान केवल 4-5 क़िस्त या 2 से 3 क़िस्त ही पाए हुए हैं। कई किसानों को तो अभी तक किस्त मिलना प्रारंभ तक नहीं हो पाया है।

          हम यहां पर उन किसानों की बात करेंगे जिनको की किस्त मिलना प्रारंभ हो चुका था लेकिन बीच में किस्त मिलना बंद हो गया या फिर 7-8 क़िस्त आने के बाद किसी कारण से किस्त आना बंद हो गया है जिसके कारण की जानकारी उन्हें अभी तक नहीं हो पाई  है कि किस कारण से क़िस्त रुक गई है।चलिए जानते हैं क़िस्त रुकने का कारण, जिस कमी को पूरा करके फिर से क़िस्त प्रारंभ कर सकते हैं-

  1. लैंड सीडिंग न होना- सबसे पहला कारण है लैंड सीडिंग का नहीं होना। पूर्व में किसी कारणवश यदि योजना अंतर्गत लैंड सीडिंग नहीं हो पाई है तो किस्त रुक जाती है। इसके लिए आप आधार कार्ड और जमीन का खसरा और B1 लेकर अपने क्षेत्रीय कृषि अधिकारी या नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर इस कमी को पूरा करा सकते हैं।
  2. ई केवाईसी का नहीं होना- यदि अपने पूर्व में पंजीयन कराया है और 2 से 4 किस्त मिलने के बाद ही किस्त मिलना बंद हो गया है तो ई केवाईसी नहीं होना भी एक कारण है जिसके कारण किस्त आना बंद हो जाता है। इसके लिए आप ग्राहक सेवा केंद्र (CSC) या स्वयं से भी पीएम किसान पोर्टल में जाकर आधार ओटीपी आधारित ई केवाईसी कर सकते हैं। यदि यह दोनों संभव न हो तो फेस ई केवाईसी भी पीएम किसान के मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से कर सकते हैं। ई केवाईसी करने के बाद यह कमी पूरी हो जाती है और क़िस्त आना प्रारंभ हो जाता है।
  3. आधार बैंक खाता सीडिंग न होना- पीएम किसान योजना में आपका बैंक खाता आधार से सीडिंग नहीं होने पर भी किस्त आना बंद हो जाता है इसके लिए आपको बैंक में जाकर पीएम किसान योजना हेतु आधार सीडिंग करना होता है। कई किसान बैंक में जाकर अपने खाता को आधार से लिंक करने हेतु बोलते हैं जिसे बैंक के कर्मचारी सामान्य केवाईसी का पार्ट मान लेते हैं और सोचते हैं कि खाताधारक केवल केवाईसी के लिए खाता से आधार लिंक करने आया है और आधार से खाता लिंक कर देते हैं ऐसा करने पर भी आधार सीडिंग नहीं हो पाता है और किस्त नहीं मिल पाती। इधर किसान सोचते हैं कि हमने बैंक जाकर आधार सीडिंग करा लिया है और पीएम किसान योजना के क़िस्त आने का इंतजार करते हैं।बैंक कर्मचारियों को पीएम किसान योजना में आधार सीडिंग करनी होती है जो किसान भाइयों के स्पष्ट रूप से नहीं बता पाने के कारण नहीं कर पाते हैं। इसीलिए कई राज्यों में पोस्ट ऑफिस के माध्यम से  इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का खाता खुलवाया जा रहा है और साथ में पीएम किसान योजना अंतर्गत आधार सीडिंग करवाया जा रहा है जिससे खाता खुलने के साथ ही आधार सीडिंग भी हो जाता है। आधार बैंक खाता सीडिंग या आधार सीडिंग की कमी पूरी होने पर क़िस्त आना  प्रारंभ हो जाता है।
  4. आधार कार्ड के अनुसार नाम का न होना-ऐसे किसानों का पंजीयन जो पूर्व में हुए हैं या योजना प्रारंभ होने के समय पंजीकृत किए गए हैं उनमें किसान का नाम आधार कार्ड में दर्ज अंग्रेजी वर्णमाला के नाम अनुसार न होकर जमीन के दस्तावेज में दर्ज नाम अनुसार या बैंक पासबुक में दर्ज नाम अनुसार हो गया है ऐसे सभी पंजीयन में स्टेटस चेक करने पर  आधार स्टेटस में “Aadhar Number is not Verified” दिखाता है जिसका मतलब हुआ कि आधार कार्ड में दर्ज नाम के अनुसार पीएम किसान पोर्टल में दर्ज किसान का नाम मैच नहीं कर रहा है। इसे सुधारने के लिए किसान का मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना चाहिए जिसके बाद पीएम किसान पोर्टल में जाकर “Name Correction as per Aadhaar” वाले लिंक में जाकर इसे सुधार सकते हैं।
  5. हितग्राही किसान के पात्र होते हुए भी स्टेटस में Inactive या निष्क्रिय हो जाने की स्थिति में– किसान के स्टेटस चेक करने पर किसान कभी-कभी पात्र होते हुए भी  सक्रिय के स्थान पर स्टेटस में निष्क्रिय दिखने लगता है। स्टेटस में Inactive या निष्क्रिय दिखने का मुख्य कारण किसी भी वजह से उस किसान को अपात्र कर दिया जाना होता है। पात्र किसान के अपात्र होने के कारण हैं जैसे किसी भी कारण से उसका अन्ट्रैसबल (Untraceable) हो जाना जैसे (1) निवास ग्राम या भूमि वाले ग्राम से अन्य स्थान पर निवास करना (2) जीवन निर्वाह के लिए अन्य स्थान में पलायन कर जाना (3) क्षेत्रीय अधिकारी के उस किसान के बारे में संपर्क करने पर ग्राम के निवासी या जनप्रतिनिधी द्वारा कोई जानकारी नहीं दे पाना कि किसान कहाँ रहता है।(4) किसान के स्वयं द्वारा योजना में कोई रुचि नहीं लेना जैसे इकेवाईसी नहीं कराना आदि।  इन सभी कारणों से किसान को अन्ट्रैसबल (Untraceable) या न पता लगाए जाने योग्य में एंट्री कर दिया जाता है जिसके परिणामस्वरूप उस किसान के स्टेटस में Inactive या निष्क्रिय दिखने लगता है साथ ही क़िस्त का पैसा जाना भी बंद हो जाता है। इसे ठीक करने के लिए संबंधित पंचायत के सरपंच का पंचनामा या नगर पंचायत, नगर पालिका के अंतर्गत आने वाले पार्षद का पंचनामा गवाहों के सहित संबंधित विभाग में अथवा कृषि विभाग में प्रस्तुत करना होता है जिसे पीएम किसान पोर्टल में अपलोड करके इसे सही किया जाता है। कुछ दिनों पश्चात किसान एक्टिव हो जाता है।

उपरोक्त पाँचो चीजों के सही होने पर ही किस्त जाना प्रारंभ होता है। यदि उनमें से कोई एक भी सुधार हेतु शेष रहता है तो क़िस्त रुकी की रुकी रह जाती है। यदि आप उपरोक्‍ त कारणों को विस्‍तार से जानना चाहते हैं तो इसे पढ़ें पीएम किसान सम्मान निधि योजना की किस्त आने से पहले यह कमी अवश्य पूरी कर लें

किन किसानों को पीएम किसान योजना में किस्त नहीं जाने पर घबराने की जरूरत नहीं है

आज तक की स्थिति में 16 किस्त किसानों के खाते में जा चुकी है। इसके बावजूद भी कई किसान ऐसे हैं जिनके खाते में 28 फरवरी 2024 की 16वीं किस्त नहीं जा पाई है, जिससे वे सभी घबराना प्रांरभ कर दिए हैं। ऐसे किसान जिनका स्टेटस चेक करने पर सब सही है फिर भी 28 फरवरी 2024 की क़िस्त नहीं जा पाई है जबकि इससे पहले वाली क़िस्त खाते में ट्रांसफर हुई है।

       ऐसी स्थिति में वे घबराए नहीं बल्कि उन्हें इंतजार करना होगा, क्योंकि सब सही होने के बावजूद पूरे भारत के किसानों को यह पैसा ट्रांसफर होता है जिनका पंजीयन इस योजना में हुआ है।एक साथ पैसा ट्रांसफर कर पाना संभव नहीं होने के कारण एक साथ पैसा ट्रांसफर न करके पूरे किसानों को कुछ टुकडों में बाँटकर शिफ्ट में कुछ दिनों के अंतराल में पैसा ट्रांसफर किया जाता है।

पीएम किसान योजना संबंधी महत्‍वपूर्ण जानकारी

इस योजना के संचालन के लिए बनाए गए विभागीय वेबसाइट में जाना चाहते हों तो पीएम किसान के होम पेज में जाएं जहां से आप अन्‍य जानकारी ले सकते हैंं।

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